भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मान समारोह में स्टूडेंट्स के बैंक खातों में लैपटॉप के लिए सिंगल क्लिक से 25 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री ने हर संभाग के मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र और 25 हजार रुपए का चैक प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार, विधायक कृष्णा गौर, प्रमुख सचिव रश्मी अरुण शमी और स्कूल शिक्षा एवं जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। योजना के तहत प्रदेश के 78,641 स्टूडेंट्स को लैपटॉप के लिए 196 करोड़ 60 लाख 25 हजार रुपए स्टूडेंट्स के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए। 
     कार्यक्रम में स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश अपना परिवार है और यहां में अपने भाव से काम करता हूं। साढ़े नौ करोड़ का विराट हमारा यह परिवार है। मैं हमेशा यही सोचता हूं कि आप तेजी से उन्नति करें। प्रदेश के होनहार अनंत शक्तियों के भंडार हैं। यह हमारे कैरियर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साल है। 12वीं के बाद अब आप कॉलेज में प्रवेश करने जा रहे हैं। कल का मध्यप्रदेश और देश आप और हम मिलकर बनाएंगे। उसके लिए आपकी बेहतर जिंदगी बनाना बहुत ही जरूरी है। 2003 तक मध्यप्रदेश में जब स्कूल जाते थे तो एक हाथ में बस्ता और टाटपट्टी बच्चे साथ में लेकर जाते थे, लेकिन आज हमारी सरकार में सब कुछ सुविधाएं स्कूल में प्रदान की जा रही है। हमने शिक्षकों को गुरुजी से अध्यापक बनाकर सम्मान देने उचित मानदेय दिलाया। आठवीं के बाद हमने दूसरे गांव बेटियों को पढऩे जाने के लिए हमने सायकिल प्रदान की। मिड डे मील, यूनिफॉर्म जैसी कई सुविधाएं हमने आठवीं के बाद विद्यार्थियों के दी। पुरानी सरकार में जो गड़बड़ी हुई उन्हें हम सुधारते चले गए। 12वीं पास करने वाले छात्रों के लिए 2008 में तय किया जो बच्चे 75 प्रतिशत अंक परीक्षा में लेकर आएंगे उन्हें लेपटॉप हमारी सरकार ने दिया। पात्रों को स्कॉलरशिप भी दी। इस बार जो बच्चे 12वीं में स्कूल में पहले स्थान पर आएं हैं उन्हें स्कूटी प्रदान की जाएगी। सीएम ने कहा कि जो डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्रोफेसर बनना चाहते हैं उनके सपनों को सरकार पूरा करेगी। जेईई मेंन्स और क्लेट क्लियर करने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए प्राइवेट कॉलेजों की फीस भी सरकार भरेगी। हम अभी 3 लाख बच्चों की फीस भर रहे हैं। बच्चों के सपनों को हम नहीं मरने देंगे। सीएम राइज स्कूल हम प्रदेश के होनहार बच्चों के लिए बना रहे हैं। इस शैक्षणिक सत्र 2022-23 की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में पहले प्रयास में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले स्टूडेंट्स को लैपटॉप खरीदने के लिए यह राशि दी जा रही है।  

सरकार बनाएगी सुझाव के लिए पोर्टल
सीएम ने घोषणा की कि सरकार एक पोर्टल भी बनाएगी जिसमें आपके सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। उन सुझावों पर सरकार अमल करेगी।  सीएम ने कहा कि जो बच्चे 12 वीं पास करने के बाद जॉब करने के लिए काम सीखना चाहते हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना हमने चलाई है। योजना के तहत बच्चे कंपनियों में जाकर काम सीखेगी। काम सीखने के दौरान उन्हें 8 हजार रुपए महीना भी दिया जाएगा। काम सीखने के बाद वे कहीं भी अच्छी सैलरी पर काम कर सकते हैं।

बच्चों को बताई जेल जाने की घटना 
सीएम ने कहा कि आपातकाल के दौरान मैं भी जेल चला गया है। लेकिन मैंने अपना आत्मविश्वास नहीं खोया और राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा और मुख्यमंत्री बनकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया। जो जैसा सोचता है वह वैसा बन जाता है। दस हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स कार्यक्रम में शामिल हुए भोपाल संभाग के अंतर्गत आने वाले विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ एवं भोपाल जिले के 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मान समारोह का हिस्सा बने। प्रदेश के प्रत्येक जिले से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले एक-एक विद्यार्थी इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। वहीं बाकी 47 जिलों जिलों के विद्यार्थी वर्चुअली रूप से कार्यक्रम का हिस्सा बने।  

75 फीसदी अंक पाने वाले 78641 स्टूडेंट्स  
इस योजना से सत्र 2022-23 की कक्षा 12वीं की परीक्षा में प्रदेश भर में 78 हजार 641 विद्यार्थियों ने पहले प्रयास में 75 प्रतिशत या उससे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजनान्तर्गत इन सभी विद्यार्थियों को योजना का लाभ मिल रहा है। प्रति विद्यार्थी 25 हजार रुपए राशि के मान से कुल 78 हजार 641 विद्यार्थियों के खातों में लेपटॉप की राशि ट्रांसफर की गई।