खबर इंडिया डेस्क। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आज भाजपा सरकार के 18 साल के कार्यकाल पर आरोपपत्र जारी किया। उन्होंने प्रदेश में हुए 225 घोटालों को लेकर बुकलेट जारी की। आरोपपत्र जारी करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की पहचान प्रचार, अत्याचार और भ्रष्टाचार से हो गई है। पीपीसी में आयोजित मीडिया से चर्चा के मौके पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और आरोपपत्र समिति के अध्यक्ष पारस सकलेचा भी मौजूद थे।

      कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के 50 प्रतिशत कमीशन राज ने प्रदेश को घोटालों का प्रदेश बना दिया। घोटालों पर घोटाला, मामा ने जनता को धो डाला। ये भगवान को भी धोखा देते हैं। ये इंसान को छोड़ देंगे, ये उम्मीद नहीं करना चाहिए। वह दिन दूर नहीं जब आप गूगल पर घोटाला सर्च करेंगे तो शिवराज जी की तस्वीर आ जाएगी। घोटालों की जांच कराने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा अब कमलनाथ 2018 के मॉडल नहीं अब 2023 के मॉडल है। 

       कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में हर व्यक्ति घोटालों का गवाह है यह प्रदेश के माथे पर कलंक है। पूर्व सीएम ने कहा कि घोटालों के कारण भी मध्यप्रदेश में निवेश नहीं आ पा रहा, इस कारण बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है। आर्थिक गतिविधियां ठप है। कांग्रेस के आरोप  पत्र में जिन प्रमुख घोटालों का जिक्र किया गया है, उनमें 15000 करोड रुपए का पोषण आहार घोटाला, 12000 करोड रुपए का मिड-डे मील घोटाला, 9500 करोड रुपए का आंगनबाड़ी नल जल घोटाला, 600 करोड रुपए का गणवेश घोटाला, 2000 करोड रुपए का सर्व शिक्षा अभियान घोटाला, 2000 करोड रुपए का व्यापम महा घोटाला, 2000 करोड रुपए का नर्सिंग घोटाला, 3000 करोड़ रुपए का कौशल घोटाला, 2500 करोड़ रुपए का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला, 94000 करोड़ का बिजली घोटाला, 10,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला और 50,000 करोड रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है।

कार्यकर्ता घर-घर पहुंचाएंगे घोटाला शीट
कमलनाथ ने कहा कि आज जो घोटाला शीट जारी की गई है उसे कांग्रेस के कार्यकर्ता मध्य प्रदेश के हर घर तक पहुंचाएंगे, ताकि मध्य प्रदेश की जनता यह जान सके कि उनके साथ किस तरह लूट की जा रही है। जनता को यह जानने का अधिकार है कि शिवराज सरकार ने जो चार लाख करोड रुपए का कर्ज लिया है, वह जनता की भलाई के लिए नहीं लिया है, बल्कि उसका मकसद है कि अधिक से अधिक रकम कैसे भ्रष्टाचार के माध्यम से भाजपा की जेब में डाल दी जाए।