खबर इंडिया डेस्क.भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज​ सिंह चौहान ने आज मिंटो हॉल में जनआशीर्वाद यात्रा के समापन पर कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 15 महीने की सरकार में पीएम किसान सम्मान निधि के नाम केंद्र को नहीं भेजे गए। तो वहीं पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर  कहा- जब विपक्ष में थे तो किसानों के नुकसान के लिए 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की मांग करते थे, आज मुआवजा देने से कौन रोक रहा? चुनाव से पहले दोनों ही दल आरोप—प्रत्यारोपों के केंद्र में किसानों के मुद्दे को फोकस कर रहे हैं। 
      आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में शिवराज ने कहा कहा कि हमने प्रदेश में जनआशीर्वाद यात्रा निकाली जिसका जनता ने स्वागत किया और हमें आशीर्वाद दिया। लेकिन कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा कर रही है जिसका नाम सुनते ही मन विचलित हो रहा है। उनकी यात्रा में धक्का-मुक्की के साथ बंदूकें लहराई जा रही हंै। उनकी यात्राओं में लग रहे पोस्टर से दिग्विजय खुद गायब हैं। कमलनाथ खुद इस यात्रा से गायब हैं। यह आक्रोश कांग्रेस के खिलाफ है। कमलनाथ की सरकार बनी तो उन्होंने हमारी संबल योजना बंद की। भारिया, सहरिया जनजाति महिलाओं के एक हजार रुपए प्रतिमाह हमने दिए थे, पर उन्होंने छीन लिए। पीएम किसान सम्मान निधि में भी उन्होंने किसानों के नाम केंद्र को नहीं भेजे। जल जीवन मिशन से प्रदेश की जनता को वंचित किया। सनातन का अपमान करने वालों को आपने भर रखा है। अपमान पर आप मोनी बाबा और वोट के लिए ढोंगी बाबा बन जाते हैं। कांग्रेस की इसी कार्यप्रणाली के चलते जनता में भारी आक्रोश है।   
    महिला आरक्षण को लेकर सवाल पूछे जाने परे वीडी शर्मा ने कहा कि हमारे संगठन में महिला आरक्षण को हम लागू कर रहे हैं। भाजपा से कार्यकर्ताओं के छोड़कर जाने पर वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा की 16 राज्यों में पार्टी की सरकार है। पुरानी सरकार से 28 विधायक भाजपा में आए। बूथ से लेकर अभी तक इस महीने के समयकाल मेें 24 लाख कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। 
जल्द आएगी दूसरी सूची : तोमर
टिकट बंटवारे में पहली सूची के नामों पर विरोध के सुर और दूसरी सूची जारी करने के सवाल पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने चुनाव से बहुत पहले 39 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिया है। विचार-विमर्ष जारी है। जल्दी सूची आएगी। महिला आरक्षण पर उमा भारती द्वारा बैठक किए जाने के सवाल को मुख्यमंत्री टाल गए। उन्होंने पहली सूची के नामों पर विरोध के स्वर को खारिज करते हुए कहा कि फीडबैक बहुत अच्छा आ रहा है। मैं भी उनके क्षेत्र में जा चुका हूं। 

कमलनाथ ने भी सरकार को घेरा 
पूर्व सीएम कमलनाथ ने किसानों को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष में थे तो किसानों के नुकसान के लिए 40 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग करते थे। फिर आज मुआवजा देने से कौन रोक रहा ? पीसीसी चीफ ने कहा कि आपदा के कारण किसानों के आर्थिक स्थिति पर भारी चोट पड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि किसानों की सोयाबीन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। मालवा, निमाड़ सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कम बारिश और फिर भारी बारिश से सोयाबीन की फसल खराब हुई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मालवा निमाड़ सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पहले अल्पवृष्टि और फिर अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल पूर्णतः बर्बाद हो चुकी है। आपदा की मार से किसान की आर्थिक स्थिति पर भारी चोट पड़ी है। पीसीसी चीफ ने कहा- शिवराज जी जब आप विपक्ष में थे तो किसान को नुकसानी का 40000 रु प्रति हेक्टर मुआवजा देने की मांग करते थे। आज आपको किसानों को ये मुआवज़ा देने से कौन रोक रहा है? आपने किसान कर्ज माफ़ी की योजना बंद करके अन्नदाताओं के पेट पर लात मारी है। आपकी घोषणायें झूठी और फ़रेबी हैं।आपकी इन झूठी घोषणाओं से ऊबकर प्रदेश का अन्नदाता किसान पूछ रहा है कि इन झूठी घोषणाओं को कैसे बोयें और कहाँ उगायें ?