दुष्कर्म और महिला उत्पीड़न के आरोपियों को पुरस्कृत कर रही है कांग्रेस : मीनाक्षी लेखी
भोपाल। कांग्रेस पार्टी में कभी महिलाओं का सम्मान नहीं रहा। प्रियंका गांधी कहती हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं, लेकिन वो किस से लड़ रही हैं? कांग्रेस पार्टी के ही लोग महिलाओं को टंचमाल और आइटम कहते हैं, उनका उत्पीड़न करते हैं। ऐसे लोगों का विरोध करने की बजाय कांग्रेस में इन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है, विधानसभा चुनाव में टिकट दिए जा रहे हैं। ऊपर से कांग्रेस पार्टी एक बार फिर प्रदेश की महिलाओं से झूठ बोल रही है, उन्हें छलने के लिए तैयार है। यह बात केंद्रीय मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की डबल इंजन सरकार ने जिस तरह से महिलाओं का भरोसा जीता है, उसके सामने कांग्रेस का हर झूठ, महिलाओं को भ्रमित करने की हर साजिश नाकाम होगी।
कांग्रेस में नहीं महिला सम्मान की परंपरा
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एक तरफ भाजपा है जो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को फांसी पर लटकाने का फैसला लेती हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कन्या पूजन को नौटंकी बताने वाली कुकर्मी कांग्रेस है, जो महिला उत्पीड़न करने वालें को टिकट देती है, उन्हें पुरस्कृत करती है और संरक्षण देती है। श्रीमती लेखी ने कहा कि छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी कमलनाथ जी महिला को ’आइटम’ कहते हैं। बड़नगर के कांग्रेसी विधायक मुरली वोरवाल के बेटे पर महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज है। सोनकच्छ से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा महिलाओं को ’बच्चे पैदा करने की मशीन कहते हैं। मुल्ताई के सुखदेव पांसे महिला को ’नाचने-गाने वाली’ कहते हैं। जबलपुर पश्चिम से प्रत्याशी और पूर्व मंत्री तरुण भनोट महिलाओं को ’बेवकूफ’ कहते हैं। गंधवानी से प्रत्याशी उमंग सिंघार महिला उत्पीड़न करते हैं। अटेर के प्रत्याशी हेमंत कटारे पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती आत्महत्या कर लेती है। कोतमा से कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ और सतना से कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा ट्रेन में महिला से छेड़खानी करते हैं। श्योपुर से प्रत्याशी बाबू जंडेल एक महिला पुलिस अधिकारी से फोन पर गाली-गलौच करते हैं तो परासिया से प्रत्याशी सोहन वाल्मिकी के बेटे आदित्य वाल्मिकी लड़की की अश्लील तस्वीरें वायरल करते हैं।
नवरात्रि में नारीशक्ति से बोले 9 झूठ
कांग्रेस ने अपने छल पत्र में महिलाओं के लिए कई झूठे वादे किए हैं। नवरात्रि में हर दिन कांग्रेस पार्टी ने हमारी माता-बहनों से हर दिन एक नया झूठ बोला है। कांग्रेस ने पहला झूठ यह बोला कि विधवा विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए पुनर्विवाह करने पर 1.51 लाख रुपये देंगे। जबकि भाजपा की सरकार पहले से दो लाख रुपये दे रही है। दूसरा झूठ बोला कि महिलाओं को 500 रुपये में गैस सिलेंडर देंगे। भाजपा की सरकार पहले से 450 रुपये में गैस सिलेंडर दे रही है। तीसरा झूठ यह बोला कि महिलाओं को हर माह 1500 रुपये देंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार लाडली बहना योजना में महिलाओं को अभी 1250 रुपये दे रही है, जिसे आगे 3000 रुपये प्रतिमाह तक बढ़ाया जाएगा। कांग्रेस 100-200 रुपये का लालच देकर महिलाओं को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस का चौथा झूठ है कि आवासहीन ग्रामीण महिलाओं को आवास देंगे। भाजपा की सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना पहले से चला रही है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में 52 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र में 70 प्रतिशत महिलाओं को आवास का मालिकाना हक दिया जा चुका है। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास योजना एवं लाडली बहना योजना में भी आवास के लिए प्रावधान है। कांग्रेस ने पांचवा झूठ बोला कि बच्चों को निशुल्क शिक्षा देंगे, जो भाजपा सरकार पहले से दे रही है और मेधावी बच्चों को स्कूटी भी दे रही है। छठा झूठ बोला कि छात्राओं के लिए छात्रावास बनाएंगे, प्रदेश में 463 कस्तूरबा कन्या छात्रावास पहले से चल रहे हैं। कांग्रेस ने सातवां झूठ बोला कि गर्भवती महिलाओं को फ्री एंबुलेंस उपलब्ध कराएंगे। जबकि प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना में अन्य सुविधाओं के साथ 1600 करोड़ रुपये का लाभ भाजपा की सरकार गर्भवती महिलाओं को उपलब्ध करा चुकी है और पोषण अनुदान के रूप में गर्भवती महिलाओं को 16000 रुपये दिए जा रहे हैं। कांग्रेस का नौवां झूठ महिला सहभागिता बढ़ाने का वादा है। जबकि भाजपा की सरकार ने महिलाओं को संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण के लिए कानून बनाया है। तीन तलाक की कुप्रथा समाप्त हो चुकी है और प्रदेश में पुलिस की भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बनाया महिलाओं को राजनीतिक ताकत
केंद्रीय मंत्री श्रीमती लेखी ने कहा कि महिलाओं को टंचमाल और आइटम कहने वालों ने संसद महिला आरक्षण का विरोध क्यों नहीं किया? इससे पहले जब भी इस बिल की बात होती थी, ये हर बार सेटिंग कर लेते थे। एक बिल रखता था, दूसरा गिरा देता था। लेकिन इस बार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी हैं, जिनके लिए नारी सशक्तिकरण वोट बैक का नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण का मिशन रहा है। प्रधानमंत्री जी ने लाल किले से महिला सशक्तीकरण के लिए आवाज उठाई। कांग्रेस के जमाने में 100 करोड़ की आबादी वाले देश में घरों में शौचालय नहीं थे। महिलाओं को बैंक जाने की सुविधा नहीं थी। मोदी सरकार ने घरों में शौचालय बनाकर महिलाओं को सम्मान दिया। उनके जनधन खाते खोले। बहनों को धुएं से मुक्ति के लिए उज्जवला योजना लागू की और आज हर तरह की सब्सिडी उनके खातों में आ रही है। श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कांग्रेस के लोग बहनों को पैसे देने की बात कर रहे हैं, लेकिन कैसे देंगे? क्या उसी तरह पैसे देंगे, जिसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी कहते थे कि हम यहां से 1 रुपया भेजते हैं, तो 85 पैसे रास्ते में गायब हो जाते हैं और गरीब तक सिर्फ 15 पैसे ही पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस बहनों को बैंक खाता नहीं दे सकी, वो उन्हें आत्मसम्मान क्या देगी? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आते ही महिलाओं को मुख्य धारा में लाने तथा उनके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तीकरण के लिए योजनाएं शुरू की। उसी का परिणाम है कि किसी राजनीतिक दल की हिम्मत नहीं है कि महिलाओं की अनदेखी कर सके।